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निहारिका भार्गव ने पापा के शौक को बिजनेस बनाकर कर दिया कमाल, आज कमाती है करोड़ों रुपए

 

आजकल के बच्चे अपना करियर खुद चुनते हैं, उन्हें अपने करियर में क्या बनना है? कौन सा प्रोफेशन चुनना है, यह सब वह अपने मनमुताबिक करते हैं उनके माँ-बाप भी इस इच्छा में उनका साथ देते हैं। ऐसा कहा भी जाता है कि बच्चे को वही करना चाहिए जो उसको पसंद हो, इसमें बच्चे का करियर अच्छा बनता है। लेकिन क्या हो कि कोई बच्चा अपने बाप के शौक को अपना करियर बनायें और उसमे करोड़ों कमायें।

आज कल ऐसा बहुत कम देखा जाता है। जिन बच्चों के बाप के बिजनेस हैं वह उनके बिजनेस में जाना नहीं चाहते हैं। लेकिन एक ऐसी लड़की हैं जिसने अपने पिता के शौक को अपना करियर बनाया और आज उस करियर से करोड़ों कमा करके पिता के शौक को पूरा कर रही हैं।

यह कारनामा करने वाली लड़की हैं निहारिका भार्गव। ‘बेटियां वरदान होती है’ इस कथन को निहारिका ने बहुत अच्छी तरह से सिद्ध किया है। उनके पिता को अचार बनाने क शौक था। उन्होंने पिता के इसी शौक को एक बड़े बिजनेस में बदल दिया।

लन्दन से की है मास्टर्स की पढ़ाई

निहारिका भार्गव ने लन्दन के कालेज से स्ट्रेटजी एंड इनोवेशन में मास्टर्स किया है। उनकी पढाई सन्न 2015 में पूरी हो गयी थी। इसके बाद वह भारत आ गयी। भारत आने के बाद उन्होंने जॉब खोजना शुरू किया। उनके मन के मुताबिक यहाँ किसी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब नहीं मिल रही थी।

इस दौरान उन्हें कई सारी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा। बहुत जद्दोजहद करने के बाद उन्हें गुडगाँव की एक कंपनी में जॉब मिल गयी। निहारिका का हमेशा से सपना था कि खुद का बिजनेस शुरू किया जाए। इसी भावना के चलते कुछ दिन काम करते हुए उन्होंने अपनी गुडगाँव वाली जॉब छोड़ दी।

अचार का बिजनेस

निहारिका के पापा एक दिन अचार बना रहे थे। जब निहारिका ने देखा तो ऐसे ही मजाक में कह दिया कि एक दिन वह इसी का बिजनेस शुरू करेंगी। उनके पिता ने इस बात को हंसी में उड़ा दिया। मजाक में कही यह बात निहारिका के मन में घर कर गयी। इसके बाद निहारिका ने घर के बने अचार दिल्ली और उसके आस-पास प्रदर्शनी के लिए ले गयी। धीरे-धीरे लोकल मार्केट में उन्होंने अचार बेचना शुरू किया। इस दिशा में उन्हें अच्छा रिस्पोंस मिला।

खड़ी हुई 1 करोड़ टर्नओवर की कम्पनी


जब निहारिका के अचार धीरे-धीरे फेमस होने लगे तो उन्होंने मध्य प्रदेश के खजुराहों में एक जमीन ली ताकि वह अचार बनाने वाले सामानों को आर्गेनिक्ली उगा सके। इसके बाद उनका बिजनेस और चलने लगा। मात्र 3 साल में उनका बिजनेस 1 करोड़ टर्न ओवर तक पहुँच गया। इस समय निहारिका की कंपनी 50 तरह का अचार बनाती है।



उनकी टीम में 15 से 20 लोग शामिल है। उनकी इस टीम में 10 सदस्य महिला कर्मचारी है। निहारिका की उम्र इस समय मात्र 26 साल है। लेकिन इतनी कम उम्र में उन्होंने अपनी मेहनत और सूझबूझ से पिता के शौक को बिजनेस बनाकर करोड़ों छाप रही हैं। निहारिका ने ‘बेटियां लक्ष्मी होती है’ इस कथन को सत्य साबित किया है।